केकड़ी , 14 जून (पब्लिक बोलेगी राजस्थान)। राज्य में कृषि, उद्यानिकी ,कृषि विपणन, पशुपालन, सहकारिता को लेकर विकसित राजस्थान 2047 का डॉक्यूमेंट तैयार करने के लिए जिला कलक्टर श्रीमती श्वेता चौहान की अध्यक्षता में शुक्रवार को नगरपरिषद सभागार में जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित हुई।
अतिरिक्त निदेशक लक्ष्मीनारायण बैरवा ने कार्यशाला में राजस्थान 2047 कार्यशाला में जैविक खेती के साथ-साथ पशुधन संवर्धन की जानकारी दी तथा कार्यशाला में कृषि के विकास के पहलुओं पर प्रकाश डाला ।
कार्यशाला का संचालन संयुक्त निदेशक कृषि श्री राकेश कुमार अटल ने कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं एवं वर्तमान परिस्थितियों में आ रही चुनौतियां एवं इनको दूर करने के उपाय पर प्रकाश डाला । सहायक प्रोग्रामर ओम प्रकाश गुर्जर पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विभागीय गतिविधियों, चुनौतियो एवं समाधान का डिजिटल रूप में प्रस्तुतीकरण किया । उपनिदेशक कृषि डॉ कृष्णगोपाल छीपा वर्तमान चुनौतियों के मध्य नजर कृषकों को कीट रोग, प्रकोप एवं जैविक नियंत्रण के साथ टिकाऊ खेती की विस्तृत जानकारी दी।
विकसित राजस्थान 2047 कार्यशाला में सहायक निदेशक कृषि श्री राम निवास जांगिड़ ने हितधारकों के समक्ष वर्तमान चुनौतियों के परिप्रेक्ष्य में फसल विविधीकरण की विस्तृत जानकारी दी। टिकाऊ खेती के तहत जैविक खेती जैविक नियंत्रण इत्यादि पर जोर दिया।
उन्होंने बताया कि कार्यशाला में 62 हितधारकों के द्वारा विभिन्न प्रस्ताव एवं सुझाव प्रस्तुत किए गए। इसमें जैविक खेती ,बाजार आधारित कृषि एवं फसल बीमा सरलीकरण के संबंध में सुझाव दिए गए। कार्यशाला में केवीके अजमेर के उपनिदेशक श्री गोपाल लाल मीणा, पीडी आत्मा एवं आरएससीसी कृषि पौध संरक्षण के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
Author: Public bolegi News Network
PK Rathi-Journalist