ममता बनर्जी के करीबी
राजीव कुमार को ममता बनर्जी का करीबी अधिकारी
माना जाता है। राजीव कुमार के लिए ममता बनर्जी ने वर्ष
2019 में CBI के खिलाफ धरना भी दिया था। दरअसल
तीन फरवरी 2019 को जब सीबीआई की टीम चिटफंड
घोटाले से संबंध में पूछताछ करने के लिए कुमार के
घर गई थी। राजीव कुमार पर चिटफंड मामले के साक्ष्य
मिटाने के आरोप लगे थे। तब मुख्यमंत्री बनर्जी बीजेपी
नीत केंद्र सरकार पर विपक्ष के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों
का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठ
थीं। कुमार उस वक्त कोलकाता के पुलिस आयुक्त थे
कई प्रमुख पदों पर कर चुके हैं काम
राजीव कुमार पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य के भी
पसंदीदा अधिकारी थे। भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस)
के 1989 बैच के अधिकारी कुमार के पास आईआईटी
रूड़की से इंजीनियरिंग की डिग्री है। वह कोलकाता पुलिस
के कमिश्नर से पहले संयुक्त आयुक्त और महानिदेशक
जैसे प्रमुख पदों पर काम कर चुके हैं।
उनके नेतृत्व में,
कोलकाता पुलिस के एसटीएफ की माओवादियों के
खिलाफ उसके अभियानों के लिए काफी चर्चा हुई थी।
उन्होंने लालगढ़ आंदोलन के एक महत्वपूर्ण व्यक्ति
छत्रधर महतो को पकड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उत्तर प्रदेश के रहने वाले
राजीव कुमार का जन्म जनवरी 1966 को उत्तर प्रदेश
में हुआ। उन्होंने रूड़की विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साइं
में इंजीनियरिंग की है। इंजीनियरिंग करने के बाद उन्ह
सिविल सेवा की तैयारी की। साल 1989 में उत्तर प्रदेश
कैडर से भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में शामिल हुए।
इसके बाद उनकी की जगह पोस्टिंग हुई। लेकिन पश्चिम
बंगाल में आने के बाद वो सुर्खियों में रहे।
Author: Public bolegi News Network
PK Rathi-Journalist