*जिला स्तरीय कार्यक्रम में 250 से अधिक किसानों ने लिया हिस्सा*
सम्मेलन को संबोधित करते विधायक शत्रुघन गौतम
केकड़ी, 30 जून(पब्लिक बोलेगी न्यूज़ नेटवर्क)। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने रविवार को राजस्थान के किसानों के लिए मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का शुभारम्भ किया। टोंक के कृषि उपज मण्डी प्रांगण में राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया।जिसमें प्रदेश के 65 लाख से अधिक किसानों को योजना के तहत प्रथम किश्त के रूप में 650 करोड़ रुपये से अधिक की राशि का सीधा उनके बैंक खातों में हस्तान्तरण किया किया।
कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्तरीय समारोह में मुख्य अतिथि विधायक श्री शत्रुघ्न गौतम , उप जिला प्रमुख हंगामी लाल चौधरी , जिला कलक्टर श्वेता चौहान, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र चौधरी, जनप्रतिनिधि अनिल राठी ,सुरेश चौधरी, कुशल सोनी, अतिरिक्त जिला कलक्टर दिनेश धाकड़ एवं अन्य अधिकारी तथा जनप्रतिनिधि मौजूद रहें। साथ ही 250 से अधिक किसानों ने जिला स्तरीय समारोह में हिस्सा लिया।
मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने प्रदेश की विषम भौगोलिक परिस्थितियों एवं किसानों की कृषि संबंधी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए किसानों को प्रतिवर्ष 2000 रुपये की अतिरिक्त राशि देने का ऐतिहासिक निर्णय लिया। पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत प्रदेश के 65 लाख से अधिक पात्र लाभार्थी किसानों को इसका फायदा मिलेगा।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा राज्य के 65 लाख से अधिक किसानों को प्रथम किश्त के रूप में एक हजार रूपये सीधे उनके खाते में ट्रांसफर किए गए। दूसरी व तीसरी किश्त के रूप में 500-500 रुपये उनके खातों में पीएम किसान सम्मान निधि योजना की किश्त के साथ हस्तान्तरित किये जायेंगे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक शत्रुघ्न गौतम ने अपने उद्बोधन में कहा कि किसानों के हित में आर्थिक संबल प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार किसानों के लिए किसान सम्मान निधि को चालू किया । किसानों को आर्थिक संबल देने के साथ सिंचाई के लिए पानी बिजली की व्यवस्था भी की गई। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि के रूप में अतिरिक्त 2000 रु चालू किये है। ईआरसीपी व यमुना जल समझौते के माध्यम से पूरे राज्य में पानी पहुंचाने के लिए कार्य किया है । साथ ही किसानों को दिन में बिजली दिलाने की दिशा में ठोस कदम उठाते हुए कई कम्पनियों से समझौते किये गए है । इससे 2 वर्ष बाद किसानों को दिन में बिजली मिलना सम्भव होगा और किसान भी आमजन की तरह रात्रि में अपने परिवार के बीच मे रह सकेंगे।आज धरती से लगातार पेड़ काटे जा रहे है । लेकिन नए पेड़ नही लग रहे है। इससे पर्यावरण असन्तुलन की समस्या हो रही है । कार्यक्रम में उपस्थित सभी संकल्प लेकर बारिश के मौसम में पौधे लगाए एवं उनको बड़ा करने का कार्य भी जिम्मेदारी से करे।
सहकारिता विभाग के उप रजिस्ट्रार राजेंद्र दायमा ने बताया कि राजस्थान राज्य के किसानों के लिए मुख्यमंत्री किसान सम्मन निधि की पहली किस्त ₹1000 की सभी किसानों के खाते में स्थानांतरित की गई। इसके अलावा मुख्यमंत्री महोदय द्वारा चयनित किसानों को 20000 फॉर्म पोंड की भी स्वीकृति दी गई । पूरे राज्य में नवगठित 51 महिला ग्राम सेवा सहकारी समितियां को भी राज्य सरकार की सहायता राशि के रूप में हिस्सा राशि के ₹3 लाख प्रति समिति की स्वीकृति जारी की गई ।
उन्होंने बताया कि छोटे किसानों को खेती के काम के लिए उचित किराए पर ट्रैक्टर और कृषि उपकरण उपलब्ध कराने के लिए राज्य में नव स्थापित 21 कस्टम हायरिंग केंद्रों का शुभारंभ किया गया। जिसमें राज्य सरकार की ओर से 147 लाख रुपए के अनुदान राशि प्रदान की गई । चालू खरीफ सीजन में किसानों को खाद और बीज की व्यवस्था करने के लिए ब्याज मुक्त फसली ऋण की पहली किस्त के रूप में 350 करोड रुपए भी जारी किए गए। इसके बाद मुख्यमंत्री द्वारा मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों से भी संवाद किया गया ।
*जिला, पंचायत समिति व ग्राम पंचायत स्तर पर वर्चुअली कार्यक्रम का हुआ आयोजन*
जिला प्रशासन द्वारा जिला स्तर और ग्राम सेवा सहकारी समितियों के स्तर पर भी कार्यक्रम आयोजित किया गया। भाग लेने वाले वाले विभिन्न जिलों के चयनित किसानों से मुख्यमंत्री ने संवाद भी किया।
राज्य स्तरीय कार्यक्रम में जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री श्री कन्हैया लाल चौधरी, कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री किरोडी लाल मीणा, उर्जा मंत्री श्री हीरा लाल नागर, सहकारिता मंत्री गौतम दक सहित सहकारजन एवं किसान उपस्थित रहें।
Author: Public bolegi News Network
PK Rathi-Journalist