केकडी 11 जनवरी (पब्लिक बोलेगी न्यूज़ नेटवर्क)
सरकारी संविधान में चाहे देर या अंधेर भले ही हो सकती है, उसमें चाहे मनुष्य को न्याय मिले या ना मिले किंतु विधाता के विधान में, कर्मों के विधान में तथा सच्चे धर्म के विधान में देर या अंधेर नहीं हो सकती
घंटाघर स्थित आदिनाथ जैन मंदिर में चल रहे 16 दिवसीय श्री भक्तामर महामंडल विधान के अंतर्गत बालाचार्य निपुण नंदी महाराज ने अपने प्रवचन के दौरान ये बात कही।
उन्होंने कहा कि जीवन में जब भाई का दुश्मन भाई बन जाता है, तो उस परिवार का नाश होने में देर नहीं लगती है, परंतु अगर वह परमात्मा की राह पर चलता है, भाई के लिए त्याग करता है तो उस परिवार का कल्याण अवश्य होता है ।
जब मनुष्य को सत्ता व प्रभुता का अहंकार हो जाता है तो मद में वह अत्याचार अनाचार सभी कुछ करने लग जाता है, और बदले की भावना मन में उत्पन्न हो जाती है, यदि वह भक्तामर स्तोत्र विधान निष्काम भावना से करता है तो उसे रिद्धि सिद्धियां हाथ बांधे उसके आगे पीछे रहती है ।
सच्ची श्रद्धा भक्ति का फल बहुत ही मधुर होता है, आत्मनिग्रह मनुष्य को धरातल से उठाकर सिद्ध शिला तक पहुंचा देता है । प्रातःजिनाभिषेक,शांति धारा व नित्य पूजन सहित बलाचार्य के सानिध्य व पंडित मनोज शास्त्री व पंडित अंकित शास्त्री के निर्देशन में विधान के 219 अर्घ्य व श्रीफल समर्पित किये गए ।गुरुदेव के पाद प्रक्षालन का सौभाग्य रूपचंद नौरतमल धुंधरी,शास्त्र भेंट का सौभाग्य प्रेमचंद नंदकिशोर थांवला ने प्राप्त किया ।
सोधर्म इंद्र का पुण्यार्जन महावीर प्रसाद सुनील कुमार अनिल मित्तल,संजय मित्तल ने प्राप्त किया।
आज के भक्तामर महामंडल विधान के पुण्यार्जक मिलाप चंद महावीर प्रसाद जुनियाँ, रूपचंद नोरत मल धुंधरी, प्रेमचंद नंदकिशोर थांवला, संजय गोयल हिंगोनिया, महेंद्र कुमार विनोद कुमार सदारी ,भागचंद जैनम कुमार विनय कुमार भगत सावर, शांतिलाल पारस कुमार विनोद कुमार राकेश कुमार जुनियाँ रहे ।
आज की महाआरती का पुण्यार्जन महेंद्र कुमार अंकित कुमार ऋषभ कुमार हर्षित कुमार मित्तल ने प्राप्त किया ।
Author: Public bolegi News Network
PK Rathi-Journalist