केकडी 18 अप्रैल(पब्लिक बोलेगी न्यूज़ नेटवर्क)
अगर कोई मक्खी सब्जी वाले के तराजू पर बैठ जाये तो कोई फर्क नहीं पड़ता है ,वो ही मख्खी सुनार के तराजू पर बैठ जाये तो बहुत फर्क पड़ जाता है, सब्जी के साथ तुलने में कोई परवाह नहीं करेगा, सोने के साथ तुलने में आपकी कीमत बढ़ जाएगी । इसका मतलब आप कहाँ किसके पास बैठते हो उसका बहुत फर्क पड़ता है,साधु संतों, महापुरुषों के सानिध्य में रहोगे तो आपका जीवन धर्म, ध्यान व परोपकार में बीतेगा व आपका जीवन कीमती व अनमोल हो जाएगा ।
नेमिनाथ जैन मंदिर के पास शिवम वाटिका में आचार्य सुनील सागर महाराज ने अपने प्रवचन के दौरान कहे ।
उन्होंने अपने उदबोधन में भगवान महावीर की कथा बताई की पूर्व भव में पुरखा भील ने अपनी पर्याय में संत के सानिध्य में एक छोटे से नियम से अपने जीवन को सुधार सकता है तो हम भी कुछ कुछ नियम लेकर, उसकी पालना करके अपना जीवन बदल सकते है ।
आचार्य श्री ने भगवान महावीर के संदेशों को जीवन मे अपनाने को कहा ।
प्रातः जिनाभिषेक, शांतिधारा के पश्चात आचार्यश्री ने अपने प्रवचन में कहे ।
मीडिया प्रभारी पारस जैन व रमेश बंसल ने बताया कि आचार्य विमल सागर, सन्मति सागर व भगवान नेमिनाथ के चित्र अनावरण व दीप प्रज्ज्वलन विमल चंद भागचंद चेतन कुमार बिसुन्दनी वालों ने किया ।
आचार्य श्री के पाद प्रक्षालन व आहार का सौभाग्य भाग चंद विजय कुमार संचित नमित धुंधरी ने प्राप्त किया ।
समाज के मंत्री विनय कुमार भगत ने बताया कि शाम को 6.15 बजे आचार्य श्री द्वारा शंका समाधान कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जिसमे जिज्ञासु धर्मावलंबियों द्वारा महाराज से प्रश्न पूछकर अपनी शंका का समाधान करेंगे । तत्पश्चात आरती व पूर्णिमा दीदी द्वारा आनंद यात्रा व प्रवचन का कार्यक्रम होगा ।
कल दोपहर को आचार्य श्री के सानिध्य में भगवान सुमति नाथ का जन्म, तप व मोक्ष कल्याणक शिवम वाटिका में धूमधाम से मनाया जाएगा ।
Author: Public bolegi News Network
PK Rathi-Journalist