देवली20 मार्च पी बी न्यूज़ नेटवर्क(कृष्ण गोपाल शर्मा), लोकसभा चुनाव से पूर्व राजनैतिक पार्टियो में चल रही दल परिवर्तन की बयार में क्या देवली कांग्रेस का किला भी ढहने जा रहा है, या सिर्फ अफवाहों का ही बाजार है। जिस प्रकार से बाजार में चर्चाएं बनी हुई हैं, या कुछ संकेत मिल रहे हैं। उनको नजर अंदाज नहीं करें तो शायद कुछ ऐसा ही होने जा रहा है। देवली नगर पालिका में भले ही बोर्ड कांग्रेस का है लेकिन अधिकतर पार्षदों की पृष्ठ भूमि भाजपा की ही रही है, चाहे वो वर्तमान में निर्दलीय पार्षद ही क्यों ना हो। यदि देवली में उलटफेर होता है तो करीब एक दर्जन सदस्य भाजपा की सदस्यता ले सकते हैं, जिसके बाद बोर्ड भी भाजपा का बन जायेगा। यह उलट फेर किन कारणों से हो रहा है अथवा होगा या नहीं होगा। इसकी जानकारी आने वाला समय ही बतायेगा, लेकिन जिस पुर जोर तरीके से शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म है, उसे लेकर लगभग यह तय माना जा रहा है, कि कुछ हद तक उठा पटक हो सकती है। इस मामले में जब हमारे संवाददाता ने कांग्रेस के पार्षद रामनिवास मीणा से बात की तो उन्होंने कहा कि मैं किसी भी हालत में कांग्रेस नहीं छोड़ रहा, दूसरों का मुझे पता नहीं है। इसी प्रकार पार्षद फोरंती देवी के पति महेंद्र बैरवा ने कहा कि ऐसा संभव ही नहीं है कि हम कांग्रेस छोड़ दे। मैं तो यहां तक कहता हूं कि विनोद पुजारी, रुखसाना बानो, सौरभ जिंदल, पंकज जैन, भीमराज जैन, रामनिवास मीणा भी कांग्रेस छोड़कर नहीं जा रहे हैं। इसी प्रकार पार्षद कुंदन नथैया ने कहा कि हमें किसी का डर नहीं है, जिस व्यक्ति को ईडी व सीबीआई का डर हो वह भाजपा में जाए। हम मजबूती के साथ कांग्रेस के साथ रहेंगे और डटकर मुकाबला करेंगे। हां हो सकता है कि कुछ पार्षद पार्टी बदलकर भाजपा में चले जाएं। खैर यह सब तो भविष्य के गर्भ में छुपा हुआ है कि कब क्या होना है वैसे राजनीति में किसी का कोई स्थाई ना तो दुश्मन होता है ना ही मित्र।
Author: Public bolegi News Network
PK Rathi-Journalist