केकडी 20 अप्रैल (पब्लिक बोलेगी न्यूज़ नेटवर्क)
यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ़ होमियोपैथी, केकड़ी के द्वारा विश्व लीवर दिवस पर जन जागरूकता शिविर का आयोजन
यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ़ होमियोपैथी के प्रैक्टिस ऑफ़ मेडिसिन विभाग के द्वारा टैगोर शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय ,केकड़ी में विश्व लीवर दिवस के अवसर पर इस वर्ष की थीम ‘सतर्क रहें, नियमित रूप से लिवर की जांच कराएं और फैटी लिवर की बीमारियों को रोकें।”विषय पर भावी शिक्षकों एवं शिक्षिकाओं हेतु जन जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया । शिविर की शुरुआत में विद्या की देवी मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष द्वीप प्रज्वलन एवं पुष्पांजलि अर्पित करके की गई। शिविर मे टैगोर शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय ,केकड़ी के लगभग 200 भावी शिक्षक , शिक्षिकाएं , महाविद्यालय के समस्त अध्यापकगण एवं अन्य कर्मचारी लाभान्वित हुए ।
शिविर चिकित्सा प्रभारी डॉ. अंशुल चाहर ने अपने व्याख्यान में लीवर रोगों, विशेष रूप से फैटी लीवर के कारणों, लक्षणों और बचाव के उपायों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने उपस्थित शिक्षा जगत से जुड़े लोगों को नियमित लीवर जांच करवाने के महत्व के बारे में बताया। साथ ही, उन्होंने स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के बारे में भी समझाया।
सहायक आचार्य प्रैक्टिस ऑफ़ मेडिसिन विभाग डॉ. कंचन अटोलिया ने लिवर संबंधित बीमारियों के उपचार हेतु होम्योपैथी की भूमिका विषय पर विस्तार से चर्चा की । जन जागरूकता शिविर को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में महाविद्यालय के कर्मचारी अमित मीणा का विशेष योगदान रहा ।
टैगोर शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ वि पि शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। व्याख्यान के अंत में प्रश्नोत्तर सत्र का भी आयोजन किया गया, जिसमें शिक्षकों और छात्रों ने डॉ. अंशुल चाहर एवं डॉ. कंचन अटोलिया से जिज्ञासा भरे सवाल पूछे और उनका समाधान समाधान प्राप्त किया।
कार्यक्रम के अंत में टैगोर शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ वेद प्रकाश शर्मा ने का आभार व्यक्त किया और यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ़ होमियोपैथी, केकड़ी के इस सार्थक प्रयास की सराहना की।
यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ़ होमियोपैथी केकड़ी के प्राचार्य एवं चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. पुनीत आर शाह ने प्रबंधकों का धन्यवाद दिया एवं बताया कि लीवर हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग है, और इसे स्वस्थ रखना हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए उन्होंने आम जनता को खान-पान एवं जीवन शैली का ध्यान रखने पर जोर दिया ।उन्होंने कहा कि इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम लोगों को स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने में सहायक होते हैं।
Author: Public bolegi News Network
PK Rathi-Journalist