केकड़ी 25 सितम्बर(पब्लिकबोलेगी न्यूज़ नेट वर्क)
अपने को राग द्वेष की प्रवृत्तियों से अलग रखना ही उत्तम तप धर्म है।
बिना बहीरंग तप के अंतरंग तब की सिद्धि नहीं हो सकती है। बोहरा कॉलोनी स्थित श्री नेमिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में आचार्य वैराग्य नंदी महाराज की संघस्थ बाल ब्रह्मचारिणी रेशु दीदी ने अपने प्रवचन के दौरान कहे ।
उन्होंने कहा कि आत्मरत्न की सुरक्षा के लिए उपवास आवश्यक है, कसाय और पंचेंद्रियों विषय भोगों का त्याग करना उपवास है।
तब वही है जो जीव को अंतरात्मा से परमात्मा बना दे। इस प्रकार के सम्यक तप का आचरण ही उत्तम तप धर्म है ।
श्री नेमिनाथ जिन मंदिर में रेशु दीदी के सानिध्य एवं पंडित रतनलाल जैन के निर्देशन में सुमधुर संगीत के साथ श्री त्रैलोक्य महामंडल विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है ।
अध्यक्ष शांति लाल जैन व मंत्री विनय कुमार भगत ने बताया कि प्रतिदिन प्रातः जिनाभिषेक,शांति धारा एवं नित्य नियम पूजन, मध्यान्ह में दीदी द्वारा तत्वार्थ सूत्र का वाचन किया जा रहा है ।
गोद भराई
आचार्य विशुद्ध सागर महाराज के संघस्थ बाल ब्रह्मचारी सिद्धम भैया की 25 अक्टूबर को बड़ोत में जेनेश्वरी दीक्षा आयोजित की जाएगी इसी के अंतर्गत आज समाज द्वारा उनकी गोद भराई का कार्यक्रम आयोजित किया गया । श्री नेमिनाथ जिनालय से गोद भराई का कार्यक्रम प्रारंभ हुआ जो श्री ऋषभनाथ जिनालय ,श्रीआदिनाथ जिनालय श्री पार्श्वनाथ जिनालय होते बैंड बाजे व घोड़े बग्गी के साथ जुलूस चन्द्रप्रभु चेत्यालय पहुँचा जहाँ मुनि श्री सुश्रुत सागर महाराज के सानिध्य में भैया जी की गोद भराई संपन्न की गई ।
सांस्कृतिक कार्यक्रम
शाम को आरती ,भक्ति नृत्य प्रवचन ,प्रश्नोत्तरी का कार्यक्रम आयोजित किया गया ।
महिला मंडल द्वारा सुन्दर नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई । संयोजिका चंद्रकला जैन के निर्देशन में आज राजुल महिला मंडल द्वारा अंदाज अपना-अपना विचित्र
वेशभूषा का कार्यक्रम आयोजन किया जाएगा ।
घंटाघर स्थित श्री आदिनाथ जैन मंदिर में बा ब्र सिद्धम भैया के निर्देशन में “श्री सहस्त्रनाम विधान “का आयोजन किया जा रहा है ।
Author: Public bolegi News Network
PK Rathi-Journalist