केकड़ी 25 जनवरी (पब्लिक बोलेगी न्यूज़ नेटवर्क)
दिगंबर जैन समाज को शाश्वत तीर्थ अयोध्या के लिए जागरूक होना चाहिए,क्योंकि यह अनादिकालीन तीर्थ है । जैन आगम में दो ही शाश्वत तीर्थ माने गए हैं ,एक अयोध्या और दूसरा सम्मेद शिखर । अयोध्या में तीर्थंकर भगवंतो का जन्म हुआ है तथा सम्मेद शिखर से सभी तीर्थंकर मोक्ष गामी हुए हैं।
इसी अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का भी जन्म हुआ है ,जिनकी मूर्ति की ऐतिहासिक प्राण प्रतिष्ठा हाल ही में उसी अयोध्या तीर्थ में हुई है ।
वर्तमान में अयोध्या जैन तीर्थ के विकास के लिए पूज्य गणिनी प्रमुख ज्ञानमती माताजी के आशीर्वाद स्वरुप नगर-नगर गांव- गांव में रथ भ्रमण चल रहा है।
बोहरा कॉलोनी स्थित श्री नेमिनाथ जैन मंदिर में अयोध्या तीर्थ प्रभावना रथ का प्रातः मंगल प्रवेश हुआ । कार्यक्रम के संयोजक पंडित सत्येंद्र जैन जबलपुर के साथ आए धर्म प्रभावको का समाज द्वारा माल्यार्पण से स्वागत अभिनंदन किया गया ।
शाम को श्री नेमिनाथ जैन मंदिर से रथ यात्रा नगर भ्रमण हेतु बैंड बाजे के साथ प्रारंभ होकर श्रीआदिनाथ जैन मंदिर होते हुए श्री चंद्र प्रभु चेत्यालय पहुंची ,जहां पर विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ ।
सोधर्म इंद्र का सौभाग्य शांतिलाल पारस कुमार विनोद कुमार राकेश कुमार जुनियाँ,धनपति कुबेर भागचंद जयंत कुमार विनय कुमार भगत ,दीप प्रज्वलन चांदमल पारसमल महावीर प्रसाद लाभचंद बघेरा एवं श्री जी के पालन झूलाने का सौभाग्य विमल कुमार भागचंद चेतन कुमार बंसल बिसुन्दनी परिवार ने प्राप्त किया ।
चारों पात्रों को रथ में विराजित कर जुलूस निकाला गया ,तत्पश्चात चंद्रप्रभु चैत्यालय में श्री जी की आरती की गई ।
Author: Public bolegi News Network
PK Rathi-Journalist