महावीर जन्म वांचन एवं तपस्वियों की निकली पच्चक्खाण शोभायात्रा
तपस्या करने वालों को धन्यवाद धन्यवाद से गूंज उठा गगन
केकड़ी 6 सितंबर(पब्लिक बोलेगी न्यूज़ नेटवर्क)। श्री जैन श्वेतांबर तपागच्छ श्री संघ के तत्वाधान में एवं गुरुवर्या श्री साध्वी सौम्य प्रभा श्री जी महाराज साहब आदि ठाणा चार की पावन निश्रा में पर्युषण महापर्व पर 2024 के चलते आज पांचवे दिन श्री महावीर स्वामी प्रभु का जन्म वांचन सुनाया गया। प्रातः 6:15 श्री शीतलनाथ जिनालय में भक्तामर पाठ से दिन की शुरुआत की गई। तत्पश्चात मंदिर जी में स्नात्रपूजा पढ़ाई गई। दोपहर 2:00 बजे सब्जी मंडी स्थित ओसवाल संस्था में श्री महावीर जन्म कल्याणक मनाया गया। प्रभु जी के जन्म के समय माता त्रिशला ने 14 सपने देखे थे एक-एक करके सभी की बोली लगाई गई जिसमें समाज के सभी श्रावक श्राविकाओं ने बढ़कर चढ़कर लाभ लिया।सपनों के पश्चात गुरुवर्याश्री के मुखारविंद से महावीर जन्म वाचन सुनाया गया। सकल संघ में खुशियों की लहर छा गई। जन्म पश्चात भगवान महावीर को प्रथम पालना झूलाने का लाभ राजेंद्र कुमार सुरेंद्र कुमार धूपिया ने लिया। तत्पश्चात भगवान की आरती एवं मंगल दीप किया गया। फिर सभी श्रावक श्राविकाओं एवं साध्वीं भगवंत के साथ भगवान के पालने को सब्जी मंडी स्थित चंद्र प्रभु मंदिर अस्थल मोहल्ला स्तिथ श्री शीतल नाथ जिनालय से होते हुए लाभार्थी परिवार के इंदिरा कॉलोनी स्तिथ निवास स्थान पर पहुंचे। रात्रि भक्ति का कार्यक्रम सब्जी मंडी स्थित ओसवाल संस्था भवन में रखा गया। आज की प्रभावना का लाभ विजय कुमार विनीत कुमार धूपिया परिवार कादेड़ा वाले ने लिया।पालना के सम्मुख आज रात्रि भक्ति में भीलवाड़ा से पधारे सुनील जैन ने भक्ति में समां बांधा।
पर्युषण के 6वें दिन आज 41 से अधिक अठाई तपस्वियों की पच्चक्खाण शोभायात्रा निकाली गई। तपस्वियों के शोभायात्रा निकालने का लाभ ताराचंद लाभचंद धूपिया परिवार ने लिया। प्रातः 8:15 बजे गुरुवर्या श्री, सभी तपस्वी सहित संघ के सभी श्रावक श्राविकाएँ लाभार्थी परिवार के इंदिरा कॉलोनी स्थित स्वनिवास धूपिया भवन पर पधारे। वहां सर्वप्रथम गुरूवर्या श्री की गुरु वंदना की गई। तत्पश्चात सभी तपस्वियों का तिलक लगाकर माला एवं जय जिनेंद्र का दुपट्टा पहनाया गया। लाभार्थी परिवार ने सभी तपस्वियों का जल-दूध से पद पक्षालन कर साफा पहनाकर बहुमान किया गया। अंत में गुरुवर्या श्री के मुखारविंद से मांगलिक सुनकर सभी तपस्वियों को ढोल नगाड़ों के साथ दोपहिया वाहनों पर बिठाकर जुलूस निकाला। जुलूस इंदिरा कॉलोनी से घंटाघर, पटवार भवन होते हुए सब्जी मंडी स्थित ओसवाल संस्था भवन पहुँचा।
ओसवाल संस्था भवन में सभी तपस्वियों द्वारा गुरूवर्या श्री को श्रीफल चढ़ाया गया। इसके बाद गुरुवर्या श्री ने धर्म उपदेश देते हुए सभी तपस्वियों को अठ्ठाई तपस्या का 7वे उपवास का पच्चक्खाण दिलाया गया। तपस्वियों में 41 तपस्वी से अधिक सम्मिलित हैं।
केकड़ी नगर में कई वर्षों पश्चात एक साथ इतनी अठ्ठाई की तपस्या हुई। कहा जा सकता है जैन श्वेताम्बर संघ के इतिहास में आज एक और स्वर्णिम पृष्ठ जोड़ा गया।
Author: Public bolegi News Network
PK Rathi-Journalist