*बार एसोसिएशन का धरना प्रदर्शन जारी, वार्ड नं 4 के लोगों ने दिया आन्दोलन को अपना समर्थन*
केकडी 31 जनवरी(पवन राठी -पब्लिक बोलेगी न्यूज़ नेटवर्क)*
*जिला बचाओ आन्दोलन के तहत बार एसोसिएशन के बैनर तले अधिवक्ताओ का धरना प्रदर्शन कोर्ट परिसर में अनवरत जारी है।* *अधिवक्ताओ के इस आन्दोलन को लगातार कई सामाजिक संगठन अपना समर्थन दे रहे है तथा जिला विहीन केकडी को फिर से जिले का दर्जा देने की मांग कर रहे है। शुक्रवार को धरना प्रदर्शन के दौरान वार्ड नं 4 के पार्षद प्रतिनिधि राधेश्याम गोपाल के नेतृत्व में वार्ड वासी रामप्रसाद शर्मा, शकूर मोहम्मद, रमेश पारीक, छीतर मीणा, घीसालाल माली, कैलाशचन्द शर्मा, गुमान सिंह आदि वार्डवासी धरना स्थल पहुंचे तथा आन्दोलन को अपना समर्थन दिया। इस मौके पर पार्षद प्रतिनिधि राधेश्याम गोपलान ने कहा कि सरकार ने केकडी को जिला विहीन किया है जिसके बाद से ही जनता की परेशानियां लगातार बढ रही है। उन्होंने कहा कि कुछ पाने के लिए संघर्ष करना पडता है, आज अधिवक्ता वहीं संघर्ष कर रहे है, हमें मिलकर अधिवक्ताओ का साथ देना चाहिए ताकि केकडी का मान सम्मान लौट सके। उन्होंने कहा कि बिना संघर्ष तो आजादी भी नही मिली थी, उस समय भी महात्मा गांधी, सरदार वल्लभ भाई पटेल जैसे अधिवक्ताओ ने कडा संघर्ष किया था जिसकी बदौलत आजादी मिली थी, आज भी अधिवक्ताओ ने केकडी के लिए संघर्ष शुरू किया है जिसकी चहुंओर प्रशंसा हो रही है बस अब जरूरत है जनता भी अधिवक्ताओ के साथ लगे तथा इस आन्दोलन को अपने मुकाम तक पहुंचाये। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज आहूजा ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में संख्याबल का बडा महत्व होता है, संख्याबल के आधार पर ही फैसले होते है, इसलिए जनता अगर अधिवक्ताओ के इस आन्दोलन के साथ लगेगी और आन्दोलन में संख्याबल बढेगा तो सरकार को भी झुकना पडेगा इसलिए आन्दोलन की इस चिंगारी को जो अधिवक्ता जलाए बैठे है इस आन्दोलन की चिंगारी को शोले का रूप देने के लिए केकडी की जनता को आगे आना होगा। इस मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता सूर्यकान्त दाधीच ने कहा कि ये आन्दोलन अधिवक्ताओ का नही बल्कि आवाम का आन्दोलन है, आने वाली पीढी के स्वाभिमान को जिंदा रखने का आन्दोलन है। उन्होंने कहा कि आज शाहपुरा की जनता संघर्ष कर रही है हो सकता कल शाहपुरा से फिर जिला बन जाए, हो सकता कल मालपुरा भी जिला बन जाए तब शाहपुरा और मालपुरा के बीच रहे केकडी की क्या स्थिति होगी, इस विषय सोचने की जरूरत है, अगर आज संघर्ष नहीं किया तो आने वाली पीढी हमें माफ नहीं करेगी।* *उन्होंने कहा कि अधिवक्ता समुदाय अपना कर्त्तव्य निभा रहा है तथा जिले के लिए संघर्ष कर रहा है, आज जरूरत है तो जनता के साथ की ताकि इस आन्दोलन को सफल रूप दे सके। वरिष्ठ अधिवक्ता सलीम गौरी ने इस मौके पर विभिन्न स्वरचित कविताओ को सुनाकर अधिवक्ताओ में जोश का संचार किया तथा कहा कि सरकार ने मुंह में निवाला देकर वापस छीन लिया है जो बेहद गलत है। उन्होंने कहा कि जिला बनाये रखने के लिए जनप्रतिनिधियो ने आश्वासन दिया था मगर अब आश्वासन कहा गया, नेताओ ने कहा था कि नवगठित जिलो में से एक भी जिला रहता है तो केकडी जिला भी रहेगा लेकिन नेताओ के बयान और आश्वासन धराशायी हो गये है जो जनता के छलावा भर थे।*
*धरना प्रदर्शन के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता चेतन धाभाई, बार अध्यक्ष मनोज आहूजा, रामावतार मीणा, मगनलाल लोधा, अशोक पालीवाल, दशरथ कान्दलोत, योगेन्द्र सिंह, अनुराग पाण्डे, सूर्यकान्त दाधीच, मुकेश धवलपरिया, आशा पाराशर, रोडूमल, अशफाक हुसैन, विजेन्द्र पाराशर, कुलदीप गुर्जर, मुकेश शर्मा, रामेश्वर कुमावत, सचिन राव, भैरू सिंह, सीताराम कुमावत, परवेज नकवी, भारती पोपटानी, सानिया सेन, रहीम गौरी, सुरेन्द्र सिंह धन्नावत, नरेन्द्र जैन, प्रहलाद चोधरी आदि मौजूद थे।*
Author: Public bolegi News Network
PK Rathi-Journalist