आमेट 12 नवंबर- पुष्कर दास महाराज के द्वारा चल रही संगीतमय रामकथा में आठवें दिन महाराज ने कहा आज के समय में कहीं बेटा बहु तो कही ब्याही सगे दुश्मन बन रहे है l आज के समय में परिवार टूटने का एक कारण अपनी बेटी के हाथ पीले करने के बाद भी पीहर पक्ष का ज्यादा हस्तक्षेप करना हे l पल पल की खबर आजकल मोबाइल के माध्यम से बेटी से लेना l ज्यादा बेटी से संपर्क में रहने से वो ससुराल में अपना घर नहीं जमा सकती l उसका मन ससुराल में नहीं लग सकता l* *शादी के बाद हर बेटी को ससुराल में सेट होने में समय लगता हे l परंतु पीहर पक्ष के लोग ये बात नहीं समझते l आजकल बेटियो को घर बैठा कर ससुराल वालों से रूपयो की मांग भी ज्यादा हो रही हे l बेटी के मां बाप आजकल बेटी को ससुराल में टिकने नहीं देते l इस कारण आजकल कई घर टूट रहे है l ओर ज्यादातर घरों में अशांति का एक बड़ा कारण भी यही है l आजकल जीवों से ज्यादा इंसानों में ज्यादा जहर भरा हे l रामायण में सीता के पिता राजा जनक और माता सुनैना ने बेटी को सिख दी सबसे पहले सास,ससुर ओर गुरु की सेवा करना l राम को 14 वर्ष का वनवास होने के कारण सीता ने भी राम के साथ वनवास काटने की इच्छा रखी l राम जी के मना करने के बाद भी सीता नहीं मानी बोली जहां मेरे पति परमेश्वर में वही सुख,दुख में साथ रहूंगी l राजा जनक चाहते तो बेटी सीता ओर राम के लिए वनवास में सुख के इंतजाम कर सकते थे परंतु उन्होंने ऐसा नहीं किया l बेटी को यही सिख दी सुख हो या दुख हर इंसान को भोगना हे l वनवास में राम ओर सीता को कई दुखों का सामना करना पड़ा l ईश्वर होकर भी उन्हें सब सहन करना पड़ा तो हम जैसे जीवों को भी सहन करना पड़े तो कोई बड़ी बात नहीं है l*
Author: Public bolegi News Network
PK Rathi-Journalist