केकडी 12 सितम्बर(पब्लिक बोलेगी न्यूज़ नेटवर्क)
केकड़ी शहर में श्री नारायण सदन कोटा रोड केकड़ी पर दिव्य चातुर्मास कथा का भव्य आयोजन पिछले लगभग 2 माह से चल रहा है। जिसमें वृंदावन से पधारे महात्मा पूज्य स्वामी सत्यानंद जी सरस्वती जी के मुखारविंद से रामायण पर बड़ा ही प्रेरक, ओजस्वी व आध्यात्मिक अर्थो सहित प्रवचन दिया जा रहा है, जिसमें काफी संख्या में महिला पुरुष सत्संग लाभ ले रहे हैं। रामजी के वन गमन व दशरथ जी के प्राणांत के प्रसंग की चर्चा में स्वामी जी ने बताया कि प्रत्येक प्राणी के अंदर भगवान और शैतान दोनों का वास रहता है। आप किन शक्तियों को जागृत करते हैं, यह आप पर निर्भर करता है। धर्म हमें भगवान की ओर ले जाता है। स्वामी जी ने श्रवण कुमार के प्रसंग में बताया कि कानों से सुनना भी श्रवण कहलाता है। श्रवण कुमार की पूरी घटना व चरित्रों में सबसे ज्यादा दुरुपयोग श्रवण यानी सुनने का हुआ है। इसलिए श्रवण के साथ मनन व निदिध्यासन का प्रयोग अवश्य करना चाहिए, जिससे गलत निर्णय न हो। जिसमे सत्संग प्रेमी लायन एस एन न्याती ने बताया की इस सत्संग में स्वामी जी के मुखारविंद से जो प्रवचन सुनने को मिल रहा है उसमें किसी ग्रंथ का उपयोग न होकर सभी कथन मौखिक प्रदान किया जा रहे हैं जिसका लाभ मदन गोपाल चौधरी ,शिवरतन मूंदड़ा, रामवतार डोडिया ,छीतरमल शर्मा भंवर लाल फतपुरिया, रतनलाल पारीक, विजय कुमार बियानी रामकरण जांगिड़, रूपनारायण राठी सहित सैंकड़ों व्यक्ति सत्संग का लाभ ले रहे है। यह चातुर्मास अगले 17 तारीख तक चलेगा जिसमें ज्यादा से ज्यादा सत्संग प्रेमी आकर ज्ञान लाभ उठाने का प्रयास करें।
Author: Public bolegi News Network
PK Rathi-Journalist