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*व्यावसायिक शिक्षा से आत्मनिर्भरता संभव-सामरिया*

*व्यावसायिक शिक्षा के विद्यार्थियों की  ओजीटी एवं इंटर्नशिप का हुआ समापन*

*केकड़ी – 3 जनवरी(पवन राठी-पब्लिक बोलेगी न्यूज़ नेटवर्क)*
*कस्बे के पीएम श्री राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय केकड़ी में संचालित आईटी/ आईटीएस, ऑटोमोबाइल व्यावसायिक शिक्षा के अंतर्गत सत्र 2024-25 में ऑन जाॅब ट्रेनिंग एवं इंटर्नशिप का दस दिवसीय आयोजन किया गया। आईटी/ आईटीएस के छात्र छात्राओं को जैन महाविद्यालय एवं ऑटोमोबाइल के छात्र छात्राओं को अग्रवाल ऑटो ऐजेन्सी पर दस दिवसीय प्रशिक्षण शुक्रवार को समाप्त हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी गोविन्द नारायण शर्मा रहे, इस अवसर जिला शिक्षा अधिकारी ने व्यावसायिक शिक्षा से मिलने वाले लाभ बताएं, उन्होंने बताया कि व्यावसायिक शिक्षा से विद्यार्थियों को हाथ का हुनर सिखने को मिला है, छात्र छात्राओं ने शिविर में आईटी एवं ऑटोमोबाइल से संबंधित कार्य सीखा। प्रधानाचार्य कालूराम सामरिया ने बताया कि स्थानीय विद्यालय में चल रही व्यावसायिक शिक्षा से बच्चों को हाथ का हुनर सीखने को मिल रहा है, जिससे उन्हें भविष्य में रोजगार हेतु सहायक होगा।*
*आईटी/ आईटीएस के छात्र छात्राओं को जैन महाविद्यालय में कम्प्यूटर संबधित प्रशिक्षण दिया गया जिसमें प्रशिक्षित शिक्षक द्वारा छात्र छात्राओं को साफ्टवेयर व हार्डवेयर पार्ट्स, पेन्टिंग करना, नक्शे बनाना, साफ्टवेयर  पर कार्य करना, टाइपिंग करना, वेबसाइट बनाना आदि कार्य सिखाया गया। ऑटोमोबाइल के छात्रों को अग्रवाल ऑटोमोबाइल सेन्टर पर वर्कशॉप टेक्नीशियन द्वारा गाडियों की सर्विस से संबधित कार्य हेड लाइट, व्हील, पेट्रोल टेंक का कनेक्शन, ऐवरेज सेट करना, गाड़ी शोकर सर्विस, इंजन की सर्विस, गाड़ी धुलाई आदि कार्य सिखाया गया। यह हुनर भविष्य में विद्यार्थियों को स्वयं का वर्कशॉप खोलने में मददगार साबित होता है। इस दौरान संस्थान के प्रधानाचार्य कालूराम सामरिया ने बताया कि व्यावसायिक शिक्षा का उद्देश्य विद्यार्थियों में क्षमताओं  एवं समझ का विकास करना है इस प्रकार कौशल और समझ से विद्यार्थी अपने पसंद के व्यवसायिक क्षेत्र का चुनाव कर अपने जीवन मैं सफलता की और अग्रसर होता है तथा  व्यावसायिक कौशल मित्र डाॅ गोपाल बताते हैं कि इस प्रकार के शिविरों में छात्रों की रचनात्मक सृजनात्मक क्षमता को बढ़ावा दिया जाता है इस प्रकार की रचनात्मक सोच छात्रों के दिमाग को उत्तेजित करती है इसी कारण व्यावसायिक शिक्षा को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया गया है व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण के जरिए श्रम की गरिमा को बढ़ावा मिलता है इस दौरान उप प्रधानाचार्य गिरीश  चंदेल, व्याख्याता वेणु सेन, व्यावसायिक प्रशिक्षक जितेन्द्र दाधीच एवं जितेन्द्र गौड़ आदि उपस्थित रहे।*

Public bolegi News Network
Author: Public bolegi News Network

PK Rathi-Journalist

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