गौतम लब्धि तपस्वियों का बहुमान
तपस्या करने वालों की लगी लड़ी
केकड़ी। जैन श्वेतांबर तपागच्छ श्री संघ के तत्वाधान में एवं साध्वी श्री सौम्य प्रभा श्री जी महाराज साहब आदि ठाणा 4 की पावन निश्रा में दिनांक 21 अगस्त 2024 से 7 सितंबर 2024 तक पर्वों का राजा महापर्व पर्यूषण 2024 की आराधना प्रारंभ की गई। प्रथम दिन गुरूवर्या श्री द्वारा श्रावक-श्राविकाओं के पांच कर्तव्य अमारी उद्घोषणा (अहिंसा धर्म का पालन) साधर्मिक भक्ति, परस्पर क्षमापना, अट्ठम तप एवं चैत्य परिपाटी को करना आवश्यक बताया गया एवं प्रत्येक कर्तव्य पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। इसी क्रम में वर्ष भर में 11 कर्तव्यों का पालन एवं पोषधोपवास करके सभी जीवों से मैत्री भाव रखने की बात कही गई।
पर्युषण पर्व से पहले 28 दिन श्री गौतम स्वामी लब्धि तप की आराधना कराई गई। इस आराधना में 28 तपस्वियों ने तपस्या की। इस तपस्या के अंतर्गत एक दिन उपवास एवं दूसरे दिन बियासना करते हुए 28 दिन की संपूर्ण क्रिया करते हुए तपस्या करनी थी। उक्त तपस्या में निहालचंद मेडतवाल, देवेंद्र सिंघवी, अतुल धूपिया, भावेश तातेड़, रेशमा सिंघवी, श्यामा मुणोत, सरोज धम्माणी अश्वि धम्माणी, सुशीला गौतम तातेड, सुशीला मांगीलाल तातेड, संगीता तातेड, आशा धम्माणी, निरु तातेड, गुणमाला तातेड, सुशीला सेठी, बीना बांठिया, नीलम कोठारी, इंदिरा धूपिया, लाड़ देवी धूपिया, कमलेश धूपिया, चंद्रकला रांका, चंचल लोढ़ा, सुशीला संचेती, ताराबाई आंचलिया, सिम्मी संचेती, रितिका सेठी, मनीषा धूपिया, बैरागन बहन हर्षिता जैन आदि ने संपूर्ण तपस्या कर जिनशासन की शोभा बढ़ाई। तपस्या के अंतिम दिन लाभार्थी परिवार राजेंद्र कुमार सुरेंद्र कुमार धूपिया द्वारा सभी तपस्वीयों का तिलक लगाकर, माला पहनाकर, पूजा वस्त्र प्रदान कर, जल एवं दूध से पद पक्षालन किया गया। श्री गौतम लब्धि तप के अंतिम दिन श्री गौतम स्वामी पूजन रखा गया। इस पूजन को रुणीजा निवासी विधिकारक प्रवीण भाई एवं संगीतकार घसोई निवासी संजय छाजेड़ द्वारा संगीतमय पूजन रचाया गया। श्री गौतम लब्धि तप की पूर्णाहुति पर श्री गौतम स्वामी जी की मूर्ति एवं वासक्षेप कलश लाभार्थी धूपिया परिवार के घोसी मोहल्ला स्थित निवास स्थान पर गाजे बाजो के साथ जुलूस रूप में पहुंचाया गया। जहां गुरूवर्या श्री द्वारा स्थापना कर प्रवचन दिया गया। लाभार्थी परिवार द्वारा सभी श्रावक श्राविकाओं के लिए नवकारसी की व्यवस्था की गई।
पर्युषण पर्व 2024 के पूर्व श्री शीतलनाथ नवयुवक मंडल की साधारण सभा सुमित धूपिया की अध्यक्षता में बुलाई गई, जिसमें सर्वप्रथम जिनालय साफ सफाई, जिनालय सजावट, प्रभु की आंगिया, भक्ति के दौरान प्रतियोगिताएं आदि व्यवस्थाओं के ऊपर विस्तार से चर्चा कर कार्य करवाने का नक्की किया गया। साथ ही गुरुवर्या श्री की आज्ञा पर सब्जी मंडी स्थित ओसवाल संस्था भवन में चलित जिनालय का निर्माण किया गया, जिसमें 24 तीर्थंकर भगवान की प्रतिमाएं एवं माणिभद्र दादा, नाकोड़ा भैरव, सरस्वती देवी, लक्ष्मी देवी, पद्मावती देवी आदि प्रतिमाओं को विराजमान किया गया।
पर्युषण पर्व 2024 के अंतर्गत प्रातः 6:15 बजे भक्तामर स्तोत्र, पाठ 8:15 बजे प्रभु स्नात्र पूजा, 9:15 बजे ओसवाल संस्था भवन में प्रवचन, 2:15 बजे धर्मचर्चा एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, 6:15 बजे अस्थल मोहल्ला स्थित शीतल नाथ जिनालय में भक्तिमय आरती, 7:15 बजे प्रतिक्रमण एवं 8:15 बजे प्रभु भक्ति का कार्यक्रम प्रतिदिन होता है। प्रभु भक्ति के दौरान नवयुवक मंडल द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताएं कराई जा रही है। प्रथम दिन 3 वर्ष से 8 वर्ष के बच्चों के लिए एकल नृत्य प्रतियोगिता रखी गई जिसमें प्रथम स्थान आरोहि तातेड़, द्वितीय स्थान अर्णव कोठारी एवं तृतीय स्थान इरा तातेड़ ने प्राप्त किया। तत्पश्चात 8 से 15 वर्ष तक के बच्चों के लिए खेल-खेल में स्मरण शक्ति दिखाओ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अन्वेक्षा धूपिया, द्वितीय स्थान आरवी तातेड एवं तृतीय स्थान आरना सेठी ने प्राप्त किया। इसी क्रम में श्रावक श्राविकाओं के लिए हे पार्श्वनाथ! तेरे कितने नाम प्रतियोगिता में प्रथम स्थान निविका तातेड़, द्वितीय स्थान कपिल सोनी एवं तृतीय स्थान शशी सेठी ने प्राप्त किया। प्रतिदिन भक्ति संध्या में तीन लकी ड्रा आयोजित किए जाते हैं। इसी क्रम में दूसरे दिन 3 वर्ष से 8 वर्ष के बच्चों के लिए 1 मिनट प्रतियोगिता रखी गई जिसमें प्रथम स्थान रेहांश बांठिया, द्वितीय स्थान अर्णव कोठारी एवं तृतीय स्थान इरा तातेड़ ने प्राप्त किया। सभी के लिए दूसरी प्रतियोगिता जैन हाउजी की रखी गई जिसमें प्रथम पंक्ति विजेता अंजलि मेडतवाल, द्वितीय पंक्ति विजेता नेहा तातेड़, तृतीय पंक्ति विजेता अन्वी जैन, सर्वप्रथम पांच विजेता चंद्रकांता सेठी, कॉर्नर विजेता मनीषा धूपिया, प्रथम हाउस सुशीला चोरडिया, द्वितीय हाउस अनुष्का मेडतवाल, तृतीय हाउस गुणमाला तातेड़ ने प्राप्त किया। सभी विजेताओं को शीतलनाथ नवयुवक मंडल द्वारा पारितोषिक दिया गया। इस कार्यक्रम में मनसंचालन अंकिता तातेड़ द्वारा किया जा रहा है।
चातुर्मास संयोजक खेमचंद तातेड़ ने बताया कि पर्युषण पर्व के दौरान श्रावक श्राविकाओं एवं बच्चों द्वारा अधिक संख्या में तपस्या की जा रही है एवं संपूर्ण चातुर्मास के दौरान अधिक से अधिक धार्मिक कार्यक्रम किए जाएंगे।
Author: Public bolegi News Network
PK Rathi-Journalist